संस्कार टाईम्स, 30 सितंबर ! श्री रामलीला एवं सांस्कृतिक मंच द्वारा आयोजित श्री रामलीला मंचन में दिनों प्रतिदिन लोगों की भारी भीड़ उमड़ रही हैं। कल हुये मंचन में मुख्य रूप सें शूर्पणखा प्रसंग, खर-दूषण वध, रावण दरबार, मारिच झांकी, सीता हरण एवं शबरी माता आश्रम का मंचन किया गया। ज्ञात हो कि पिछले वर्ष की भांतीश्री रामलीला मंचन का आयोजन समाज सेवी एंव युवा नेता राजकुमार राजू, सुविधा सेवा केन्द्र, महिन्द्र ऑरा के सामने, न्चू पालम विहार के संरक्षक में समस्त गुरूग्राम वार्ड न 1 के द्वारा किया गया है।
कल हुये मंचन में लोगों ने रावण दरबार में रावण की उपस्थित को देखकर बेहत आनंदित हुऐ। विशेष रूप से रावण (कलाकार-दीपक तॅवर) द्वारा मामा मारिच (कलाकार-नीरज कौशिक) के साथ किये संवादों नें लोगों को मंत्र-मुग्ध कर दिया। श्री रामलीली मंचन हेतू विशेष रूप से श्री श्याम फिल्म प्रोडक्शन (एस.एस.एफ.पी.) दिल्ली से एवं गांव सराय अलावर्दी से कलाकारों को आमंतित्र किया गया है।
राजकुमार राजू से बातचीत में उन्होंनें बताया कि श्री रामलीला के समुचित मंचन के लिए कमेटी में प्रत्येक मेम्बर को मार्गदशन कर जिम्मेदारी सौंपी गई है ताकि आने वाले किसी भी व्यक्ति को परेशानी न हो। लोगों की भारी तादाद को देखते हुऐ बैठने की अतिरिक्त व्यवस्था करने का भी ऐलान किया है। उन्होनें लोगों को आहवान किया है कि वे अपने बच्चों के साथ श्री रामलीला मंचन जरूर देखने आयें ताकि बच्चों को मर्यादा पुरूषोत्म श्री राम जी एवं अपनी संस्कृति के बारे में जानकरी मिल सके।
कल हुये मंचन में लोगों ने रावण दरबार में रावण की उपस्थित को देखकर बेहत आनंदित हुऐ। विशेष रूप से रावण (कलाकार-दीपक तॅवर) द्वारा मामा मारिच (कलाकार-नीरज कौशिक) के साथ किये संवादों नें लोगों को मंत्र-मुग्ध कर दिया। श्री रामलीली मंचन हेतू विशेष रूप से श्री श्याम फिल्म प्रोडक्शन (एस.एस.एफ.पी.) दिल्ली से एवं गांव सराय अलावर्दी से कलाकारों को आमंतित्र किया गया है।
राजकुमार राजू से बातचीत में उन्होंनें बताया कि श्री रामलीला के समुचित मंचन के लिए कमेटी में प्रत्येक मेम्बर को मार्गदशन कर जिम्मेदारी सौंपी गई है ताकि आने वाले किसी भी व्यक्ति को परेशानी न हो। लोगों की भारी तादाद को देखते हुऐ बैठने की अतिरिक्त व्यवस्था करने का भी ऐलान किया है। उन्होनें लोगों को आहवान किया है कि वे अपने बच्चों के साथ श्री रामलीला मंचन जरूर देखने आयें ताकि बच्चों को मर्यादा पुरूषोत्म श्री राम जी एवं अपनी संस्कृति के बारे में जानकरी मिल सके।